Kabhii Tumhhe
तुम अगर मनाओगे तो मान जाऊँगा
मैं तेरे बुलाने पे लौट आऊँगा
हर सफ़र में साथ तेरा मैं यूँ ही निभाऊँगा
कभी तुम्हें याद मेरी आए, पलकों से ज़ुल्फ़ हटा लेना
साफ़ दिखूँगा मैं तुमको वहीं, जो ना दिखूँ तो बता देना
कभी मुझे देर जो हो जाए, वक्त को थोड़ा बचा लेना
फिर से मिलूँगा मैं तुमको वहीं, जो ना मिलूँ तो सज़ा देना
मेरी ज़मीं को तेरे क़दम का ना जाने कब से था इंतज़ार
एक ना एक दिन आना है तुमको, दिल को मेरे है ये एतबार
मैं ख़ुदा से तेरे सिवा कुछ और ना माँगूँगा
कभी तुम्हें याद मेरी आए, इतनी सी बात समझ जाना
फिर से मिलूँगा मैं तुमको वहीं, राह से मेरी गुज़र जाना